From my crying pen #5...



लफ्ज़ हमारे पास होते,
तो बता पाते;
आप क्या हैं हमारे लिए, 
ये दिखा पाते;
वैसे तो लोग कई मिले,
हमे ज़िन्दगी के सफ़र में; 
आप ना आते तो शायद, 
किसी मोड़ पर ठहर जाते… 

हमसे यूँही पूछते ,
तो हम बताते ;
ऐतवार कितना है आप पर,
ये सुनाते;
फिर भी इस बात का इल्म,
आपको होने ना देते;
के आप ना आते तो शायद ,
हम बिखर जाते… 

इस काबिल ही कहाँ थे हम,
जो आपको पाते;
हर दिन आपसे शुरू करते,
हर रात आपमें सिमट जाते;
बिना आपके हर पन्ना खाली है,
ज़िन्दगी का मेरी;
सिर्फ ये बात आप समझते,
तो शायद हम आज भी मुस्कुराते … 

एक इशारा तो करते,
आपके हो जाते;
अलफ़ाज़ ज़रूरी न थे,
हम यूँही समझ जाते;
आपने रोका नहीं इसमे,
खता हमारी क्या है?
आप रोकते तो सही,
हम सारी उम्र रुक जाते… 

Comments

  1. आपने रोका नहीं इसमे,
    खता हमारी क्या है?

    बहुत खूब, बेहद खूबसूरत रचना

    ReplyDelete
  2. Advanced Merry Christmas & Happy New Year greetings and also Thanks and Smiles:) for ur support till now Dear Blogger Buddy God<3U:)

    ReplyDelete

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